आइएएस समीर बिश्नोई और कारोबारी सूर्यकांत वीआइपी सेल पहुंचे

 

 रायपुर।  देश की विभिन्न् जेलों में अति महत्वपूर्ण व्यक्तियों को विशेष सुविधाएं देने की बात कोई नई नहीं है। अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के सेंट्रल जेल के बैरक नंबर दो की पहचान भी वीआइपी सेल के रूप में हो गई है। हाईप्रोफाइल आरोपितों के लिए बैरक नंबर एक से चार को आरक्षित कर दिया गया है। महात्मा गांधी के खिलाफ अपशब्द कहने वाले कालीचरण महाराज हों या फिर आइपीएस जीपी सिंह, सभी को बैरक नंबर दो में रखा गया था। अब ईडी की गिरफ्त में आए आइएएस समीर बिश्नोई और कोयला कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को भी बैरक नंबर दो और तीन में रखा गया है। इस बैरक की यह खासियत है कि यहां आरोपितों को अकेले रहने दिया जाता है। इनको सुबह अखबार भी दिया जाता है। यही नहीं, यहां अलग से बाथस्र्म की व्यवस्था है और यह बैरक आम कैदियों के बैरक से काफी दूर अलग बनाया गया है।