लखीमपुर खीरी कांड को लेकर सियासी घमासान : अखिलेश यादव और शिवपाल रिहा, प्रियंका अभी हिरासत में

 

लखनऊ. लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है. सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया था या हिरासत में लिया गया था. हालांकि शाम होते-होते तक समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल ंिसह यादव आदि नेताओं को पुलिस ने हिरासत से छोड़ दिया.

वहीं, सोमवार तड़के लखीमपुर खीरी जाते वक्त सीतापुर में हिरासत में ली गई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात के बगैर वापस नहीं जाने का ऐलान किया है. कांग्रेस के एक प्रवक्ता ने दावा किया, ”अभी तक प्रियंका गांधी वाद्रा हिरासत में हैं और इससे देश भर में भारी रोष है. सीतापुर में कार्यकर्ताओं का बड़ा जमावड़ा हो रहा है.” कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सीतापुर में पीएसी छावनी के सामने कैंडल मार्च भी निकाला. लखनऊ के पुलिस आयुक्त (कमिश्नर) डी. के. ठाकुर ने पीटीआई-भाषा से बातचीत में अखिलेश यादव और शिवपाल ंिसह यादव को हिरासत से छोड़े जाने की पुष्टि की है.

पीड़ित किसानों से मुलाकात किए बगैर वापस नहीं जाने पर अड़ीं प्रियंका गांधी
लखीमपुर खीरी के तिकोनिया क्षेत्र में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले में सोमवार तड़के मौके पर जाते वक्त सीतापुर में हिरासत में ली गई कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात के बगैर वापस नहीं जाने का ऐलान किया है.

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने ‘भाषा’ को बताया कि प्रियंका तथा कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र हुड्डा समेत कुछ वरिष्ठ नेता लखीमपुर खीरी जा रहे थे. रास्ते में सीतापुर में तड़के करीब पांच बजे उन्हें हिरासत में ले लिया गया और पीएसी परिसर भेज दिया गया.

उन्होंने पुलिसर्किमयों पर प्रियंका से धक्का-मुक्की का भी आरोप लगाया और कहा कि कांग्रेस महासचिव किसानों का दर्द बांटने जा रही थीं और उन्हें इस तरह से रोका जाना अलोकतांत्रिक है. इस बीच, कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि प्रियंका ने खुद को रोके जाने के विरोध में पीएसी कैंप कार्यालय कक्ष में धरना शुरू कर दिया है. उन्होंने ऐलान किया है कि वह पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात किए बगैर किसी भी सूरत में वापस नहीं जाएंगी. कुमार ने बताया कि पुलिस ने ंिप्रयका और उनके 15 अन्य साथियों को हिरासत में लेकर पिछले करीब 13 घंटे से खीरी थाने में बंद कर रखा है.